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दा विंसी सर्जिकल सिस्टम

अवलोकन

दा विंसी सर्जिकल सिस्टम एक एडवांस सर्जरी प्लेटफॉर्म है, जो सर्जनों को मुश्किल सर्जिकल प्रक्रियाओं में अत्यधिक सटीकता, लचीलापन और नियंत्रण प्रदान करता है। यह सर्जिकल सिस्टम रोबोटिक भुजाओं के साथ आता है जो जिसमें उच्च स्तरीय निपुणता होती है, जो सर्जनों को शरीर के कठिन से कठिन क्षेत्रों में पहुंचने और बिना किसी बाधा के सर्जरी करने में मदद करता है।

ये रोबोटिक भुजाएं अद्वितीय और सहज ज्ञान युक्त एंडोरिस्ट तकनीक से काम करते हैं और इन भुजाओं के द्वारा सर्जिकल साइट में जटिल से जटिल गतिविधियां की जा सकती हैं। इन रोबोटिक भुजाओं को एक विशेष कंसोल के माध्यम से सर्जनों द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

एक रोबोटिक भुजा में एक कैमरा होता है जो सर्जिकल साइट की 3डी इमेजिंग सपॉर्ट करता है और सर्जन अत्यधिक विस्तृत, मैग्निफाई यानी बड़ी छवियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर भुजाओं को घुमाता है।

दा विंसी सर्जिकल सिस्टम बड़े चीरों के बजाय छोटे चीरों का उपयोग करता है; इस प्रक्रिया में खून कम निकलता है, दर्द कम होता है और निशान कम बनते हैं, और उपचार संबंधी मुश्किलें भी कम आती हैं।

दा विंसी सर्जिकल सिस्टम कैसे काम करता है?

विंसी सर्जिकल सिस्टम में चार इंटरेक्टिव रोबोटिक भुजाएँ हैं। तीन भुजाओं में सर्जिकल उपकरण होते हैं, चौथी भुजा में 3डी कैमरा लगा होता है। यह 3डी कैमरा हाई-डेफिनिशन विजन और छवि को 10 गुना तक कर सकता है, जो सर्जनों को शरीर में दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचने और ट्यूमर को सफलतापूर्वक ऑपरेट करने में मदद करता है।

सर्जरी से पहले, रोबोटिक भुजा को भीतर प्रवेश कराने के लिए सर्जिकल साइट पर चीरे लगाए जाते हैं।

प्रक्रिया के दौरान, सर्जन दा विंसी सर्जिकल सिस्टम कंसोल पर बैठा रहता है, जहां से वह रोबोटिक भुजा को नियंत्रित करता है।

जैसे ही प्रक्रिया शुरू होती है, सर्जन कैमरे के साथ-साथ सर्जिकल उपकरणों को रोगी के शरीर में चलाता है। पूरी प्रक्रिया के दौरान इन भुजाओं की गति को सर्जन नियंत्रित करता है।

दा विंसी सर्जिकल सिस्टम हाथ के कंपनों को नियंत्रित करता है और हाथ की गति को आहिस्ता-आहिस्ता गुजारता है, फलतः सर्जरी ज़्यादा सटीक होती है।

डा विंसी सर्जिकल सिस्टम के फायदे

दा विंसी सर्जिकल सिस्टम रोगियों के लिए कई प्रकार से लाभदायक है:

न्यूनतम आक्रामक (इनवेसिव) प्रक्रिया के रूप में, दा विंसी सर्जिकल सिस्टम रोगियों में तेजी से रिकवरी करता है।


रक्त हानि कम होती है और उपचार संबंधी कठिनाइयां भी कम होती है|


चूंकि इस प्रक्रिया में चीरे छोटे होते हैं, इससे निशान कम पड़ते हैं।


दा विंसी सर्जिकल सिस्टम घाव के संक्रमण के जोखिम को भी कम करता है।


3डी इमेजिंग गाइडेंस और सटीकता के कारण स्वस्थ ऊतकों नुकसान कम पहुंचता है।


दा विंची सर्जिकल सिस्टम बेहतर जीवित रहने की दर सहित समग्र सकारात्मक नैदानिक परिणाम प्रदान करता है।


इस प्रणाली में सर्जन की निपुणता उल्लेखनीय होती है, और सर्जनों को जटिल क्षेत्रों तक पहुंचने और बेहतर सटीकता के साथ ट्यूमर को ऑपरेट करने में मदद करती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और रोबोटिक सर्जरी दोनों में उपचार संबंधी कठिनाइयां बहुत कम हैं और ये न्यूनतम आक्रामक (इनवेसिव) प्रक्रियाएं हैं। वे सुरक्षित होने के साथ-साथ असरदायक भी हैं।

इन प्रक्रियाओं के बीच एकमात्र अंतर यह है कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के दौरान, सर्जन स्वयं सर्जरी करता है, जबकि रोबोटिक सर्जरी के दौरान, सर्जन एक विशेष कंसोल पर बैठता है और सर्जरी करने वाली चार रोबोटिक भुजाओं को नियंत्रित करता है।

जी नहीं, कोई रोबोट आपकी सर्जरी नहीं नहीं करेगा। चार रोबोटिक भुजाएं होंगी जिन्हें कंसोल पर बैठे सर्जन द्वारा नियंत्रित किया जाएगा।

ये रोबोटिक भुजाएं एक सर्जन के हाथों की तरह ही काम करती हैं - केवल फर्क इतना है कि इनमें ट्यूमर को नष्ट करने की सटीकता और दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचने और सफलतापूर्वक सर्जरी करने की क्षमता बहुत अधिक होती है।

रोबोटिक सर्जरी ओपन सर्जरी की तुलना में काफी कम पीड़ादायक होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रोबोटिक सर्जरी में चीरे छोटे लगाए जाते हैं, जबकि ओपन सर्जरी में ऐसा नहीं होता है।

कम दर्द के साथ-साथ, रोबोटिक सर्जरी अस्वस्थता को भी कम करती है, अस्पताल में कम समय तक रहना पड़ता है इससे उपचार की प्रतिक्रिया और रिकवरी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

वैसे तो रोबोटिक सर्जरी करते समय विशेषज्ञ बेहद सतर्क रहते हैं; परंतु, दुर्लभ मामलों में रोगियों में निम्नलिखित जटिलताएँ देखी जाती हैं:

  • ऑपरेशन के बाद खून बहना
  • संक्रमण का जोखिम
  • लैसरेशन घावों के कारण रक्तस्राव
  • अंग की अस्थायी चोटें
  • साँस लेने में तकलीफ
  • खून का जमना (थक्का बनना)